Table
वैदिक काल के पंच महायज्ञ
यज्ञ | उद्देश्य |
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भूतयज्ञ | जीवधारियों का पालन |
अतिथि यज्ञ या नृयज्ञ | अतिथियों की सेवा |
ब्रह्म यज्ञ या ऋषि | स्वाध्याय के लिए |
देव यज्ञ | अग्नि में हवन के द्वारा देवता को प्रसन्न करने के लिए |
पितृ यज्ञ | पितरों का तर्पण या संतानोत्पति के निमित्त |