Question

तृतीय सन्नादी (Third harmonic) क्या है?

Answer

तृतीय सन्नादी (Third harmonic) को द्वितीय अधिस्वर भी कहा जाता है। तृतीय सन्नादी एक अवस्था है जब डोरी को इसकी 1/6 लम्बाई पर पकड़ा जाता है, तो डोरी तीन लूपों में कम्पन्न करती है, ताकि
l = λ3/2 + λ3/2 + λ3/2 = 3λ3/2
यदि n3 कम्पन की आवृत्ति है, तब
n3 = v/λ3 = v/21/3 ⇒ n3 = 3v/2l = 3n1