Notes

एक चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण M है। इसे याम्योत्तर से 60° पर घुमाने में जितना कार्य करना पड़ता है, उससे n गुना कार्य 90° पर घुमाने के लिए करना पड़ता है, तो n का मान 2 होगा।

एक चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण M है। इसे याम्योत्तर से 60° पर घुमाने में जितना कार्य करना पड़ता है, उससे n गुना कार्य 90° पर घुमाने के लिए करना पड़ता है, तो n का मान 2 होगा।