Notes

ए जी टैन्सले (A G Tansley) द्वारा दिए गए नियम के अनुसार, “पारिस्थितिक तन्त्र वह तन्त्र है, जो वातावरण के जैविक तथा अजैविक सभी कारकों के परस्पर सम्बन्धों तथा प्रक्रियाओं द्वारा प्रकट होता है।”

ए जी टैन्सले (A G Tansley) द्वारा दिए गए नियम के अनुसार, “पारिस्थितिक तन्त्र वह तन्त्र है, जो वातावरण के जैविक तथा अजैविक सभी कारकों के परस्पर सम्बन्धों तथा प्रक्रियाओं द्वारा प्रकट होता है।”