Notes

4 सेमी त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली में 50 फेरें है। उसमें 2A की धारा प्रवाहित हो रही है …

4 सेमी त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली में 50 फेरें है। उसमें 2A की धारा प्रवाहित हो रही है। इसे 0.1 वेबर/मी के चुम्बकीय क्षेत्र में रखकर माध्य स्थिति में 180° घुमाने में किये गये कार्य का मान 0.1 जूल होगा।