विद्युत वाहक बल

100 फेरे और 40 वर्ग सेमी क्षेत्रफल वाली एक कुण्डली में चुम्बकीय क्षेत्र 1 टेस्ला से बढ़कर 6 टेस्ला दो सेकण्ड में हो जाता है …

100 फेरे और 40 वर्ग सेमी क्षेत्रफल वाली एक कुण्डली में चुम्बकीय क्षेत्र 1 टेस्ला से बढ़कर 6 टेस्ला दो सेकण्ड में हो जाता है। चुम्बकीय क्षेत्र कुण्डली के लम्बवत् दिशा में है। इसमें उत्पन्न विद्युत वाहक बल कितना होगा?

5 हेनरी की चोक कुण्डली में प्रवाहित धारा 2 ऐम्पियर/सेकण्ड से घटती है, तो कुण्डली पर उत्पन्न विद्युत वाहक बल 10 वोल्ट है।

5 हेनरी की चोक कुण्डली में प्रवाहित धारा 2 ऐम्पियर/सेकण्ड से घटती है, तो कुण्डली पर उत्पन्न विद्युत वाहक बल क्या है?

5 हेनरी प्रेरकत्व और 10 ओम प्रतिरोध के परिपथ में 15 वोल्ट का विद्युत वाहक बल लगाया गया है। समय t = ∞ और t = 1 सेकण्ड पर प्रवाहित होने वाली धाराओं का अनुपात …

5 हेनरी प्रेरकत्व और 10 ओम प्रतिरोध के परिपथ में 15 वोल्ट का विद्युत वाहक बल लगाया गया है। समय t = ∞ और t = 1 सेकण्ड पर प्रवाहित होने वाली धाराओं का अनुपात कितना होगा?

50 चक्कर वाली एक वृत्ताकार कुण्डली की त्रिज्या 3 सेमी है …

50 चक्कर वाली एक वृत्ताकार कुण्डली की त्रिज्या 3 सेमी है, कुण्डली का क्षेत्रफल, चुम्बकीय क्षेत्र के साथ लम्ब दिशा में है, चुम्बकीय क्षेत्र B का मान 0.1 टेस्ला से 0.35 टेस्ला 2 मिली सेकण्ड तक बढ़ता है, तो प्रेरित विद्युत वाहक बल का औसत मान कुण्डली में कितना होगा?

एक L-R परिपथ में, L का मान (0.4/π) हेनरी और R का मान 30 ओम है। परिपथ में 200 वोल्ट, 50 चक्र/से का प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल लगा हो, तो परिपथ की धारा का मान 4 ऐम्पियर होगा।

एक L-R परिपथ में, L का मान (0.4/π) हेनरी और R का मान 30 ओम है। परिपथ में 200 वोल्ट, 50 चक्र/से का प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल लगा हो, तो परिपथ की धारा का मान कितना होगा?

एक L-R परिपथ में, L का मान (0.4/π) हेनरी और R का मान 30 ओम है। परिपथ में 200 वोल्ट, 50 चक्र/से का प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल लगा हो, तो परिपथ की प्रतिबाधा का मान कितना होगा?

पश्च विद्युत वाहक बल क्या है?

पश्च विद्युत वाहक बल स्व-प्रेरण परिघटना के फलस्वरूप उत्पन्न विद्युत वाहक बल है।

यदि एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल V = V₀ sin ωt तथा प्रतिरोध R जुड़ें हैं, तो धारा का मान i = i₀ sin ωt होगा।

यदि एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल V = V₀ sin ωt तथा प्रतिरोध R जुड़ें हैं, तो धारा का मान क्या होगा?

यदि एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल V = V₀ sin ωt तथा प्रतिरोध R जुड़ें हैं, तो धारा का मान ज्ञात करने का सूत्र …

यदि एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में प्रत्यावर्ती विद्युत वाहक बल V = V₀ sin ωt तथा प्रतिरोध R जुड़ें हैं, तो धारा का मान ज्ञात करने का सूत्र क्या होगा?

वह परिघटना जिसमें किसी चालक में विद्युत वाहक बल तथा धारा प्रेरित होती है, उसे क्या कहते है?

वह परिघटना जिसमें किसी चालक में विद्युत वाहक बल तथा धारा प्रेरित होती है, उसे विद्युतचुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) कहते है।

वह परिपथ जिसमें विद्युत वाहक बल प्रेरित होता है, उसे क्या कहते है?

वह परिपथ जिसमें विद्युत वाहक बल प्रेरित होता है, उसे द्वितीयक परिपथ (Secondary circuit) कहते है।

विद्युत वाहक बल – आवेशों में भिन्नता वैद्युत विभव ऊर्जा के रूप में समाहित होती है जिसे विद्युत वाहक बल कहते है।

विद्युत वाहक बल आवेश को निम्न से उच्च स्थितिज ऊर्जा (अर्थात स्त्रोत के एक टर्मिनल से दूसरे तक) की ओर ले जाने में स्त्रोत द्वारा प्रति एकांक आवेश पर किया गया कार्य है …

विद्युत वाहक बल का मापन किससे किया जाता है?

विद्युत वाहक बल का मापन विभवमापी से किया जाता है।

विद्युत वाहक बल क्या हैं?

विद्युतचुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) उस परिघटना को कहते है जिसमें किसी चालक में विद्युत वाहक बल तथा धारा प्रेरित होती है।

स्व-प्रेरण परिघटना के फलस्वरूप उत्पन्न विद्युत वाहक बल को क्या कहते है?

स्व-प्रेरण परिघटना के फलस्वरूप उत्पन्न विद्युत वाहक बल को पश्च विद्युत वाहक बल कहते है।

स्व-प्रेरित विद्युत वाहक बल (self-induced emf) किसे कहते है?

स्व-प्रेरित विद्युत वाहक बल (self-induced emf) स्व-प्रेरण परिघटना के फलस्वरूप उत्पन्न विद्युत वाहक बल को कहते है।

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