निरोधी विभव

5000 Å तरंगदैर्ध्य और I तीव्रता वाले प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश वैद्युत संतृप्त धारा 0.4 µA तथा निरोधी विभव 1.36 V है। धातु का कार्य-फलन 1.1 eV होगा।

5000 Å तरंगदैर्ध्य और I तीव्रता वाले प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश वैद्युत संतृप्त धारा 0.4 µA तथा निरोधी विभव 1.36 V है। धातु का कार्य-फलन कितना होगा?

एक प्रकाश-वैद्युत प्रयोग में 4000 Å के आपतित प्रकाश के लिये निरोधी विभव 2 वोल्ट है। यदि आपतित प्रकाश बदलकर 3000 Å का कर दिया जाये, तो निरोधी विभव 2 वोल्ट से अधिक होगा।

एक प्रकाश-वैद्युत प्रयोग में 4000 Å के आपतित प्रकाश के लिये निरोधी विभव 2 वोल्ट है। यदि आपतित प्रकाश बदलकर 3000 Å का कर दिया जाये, तो निरोधी विभव कितना होगा?

निरोधी विभव …

निरोधी विभव क्या है?

प्रकाश-वैद्युत प्रयोग में, v आवृत्ति के आपतित प्रकाश के विरूद्ध निरोधी विभव Vs लगाया जाता है। परिणामी वक्र v-अक्ष से θ कोण बनाती हुई एक सरल रेखा है तो tanθ किसके बराबर होगा?

यदि 0.6 eV वाले किसी धातु को 2 eV ऊर्जा के प्रकाश से प्रकाशित किया जाये तो निरोधी विभव का मान 1.4 V होगा।

यदि 0.6 eV वाले किसी धातु को 2 eV ऊर्जा के प्रकाश से प्रकाशित किया जाये तो निरोधी विभव का मान कितना होगा?

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