विस्थापन

a आयाम से सरल आवर्त गति करते हुए कण की गतिज एवं स्थितिज ऊर्जायें समान होती हैं, उसका मध्यमान स्थिति से विस्थापन a/√2 है।

अप्रगामी तरंग में निस्पन्द ऐसे बिन्दु होते हैं जहाँ न्यूनतम विस्थापन एवं अधिकतम दाब परिवर्तन होता है।

एक कण का विस्थापन y = A sin PT + B cos PT द्वारा दर्शाया गया है, तो कण कैसा होगा?

एक कण का विस्थापन y = A sin PT + B cos PT द्वारा दर्शाया गया है, तो कण सरल आवर्त गति की अवस्था में होगा।

एक कण माध्य स्थिति में सरल आवर्त गति करता है जिसका आयाम A तथा आवर्तकाल T है। किसी एक समय इसकी गति अधिकतम गति की आधी होती है। कण का विस्थापन y A√3/2 होगा।

एक कण सरल आवर्त गति कर रहा है जिसका आयाम 4 सेमी तथा आवर्तकाल T = 4 सेकण्ड है। इस कण को अधिकतम विस्थापन से आयाम की आधी दूरी तक आने में 2/3 सेकण्ड का समय लगेगा।

एक कण सरल आवर्त गति कर रहा है जिसका आयाम 4 सेमी तथा आवर्तकाल T = 4 सेकण्ड है। इस कण को अधिकतम विस्थापन से आयाम की आधी दूरी तक आने में कितना समय लगेगा?

एक ज्यावक्रीय तरंग में, किसी निश्चित बिन्दु को अधिकतम विस्थापन की स्थिति से गति करने में 0.17 सेकण्ड का समय लगता है, तो तरंग की आवृत्ति का मान कितना होगा?

एक ज्यावक्रीय तरंग में, किसी निश्चित बिन्दु को अधिकतम विस्थापन की स्थिति से गति करने में 0.17 सेकण्ड का समय लगता है, तो तरंग के आवर्तकाल का मान कितना होगा?

एक पिण्ड सरल आवर्त गति कर रहा है। जब माध्य स्थिति से इसका विस्थापन 4 सेमी व 5 सेमी है एवं इसके वेग क्रमशः 10 सेमी/से व 8 सेमी/से हैं तो पिण्ड का आवर्तकाल π सेकण्ड होगा।

एक पिण्ड सरल आवर्त गति कर रहा है। जब माध्य स्थिति से इसका विस्थापन 4 सेमी व 5 सेमी है एवं इसके वेग क्रमशः 10 सेमी/से व 8 सेमी/से हैं तो पिण्ड का आवर्तकाल कितना होगा?

किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में निश्चित दिशा में चली गई दूरी अर्थात् विस्थापन को क्या कहते हैं?

चुम्बकीय क्षेत्र के कारण धन आयन में उत्पन्न विस्थापन को y से प्रदर्शित किया जाता है।

चुम्बकीय क्षेत्र के कारण धन आयन में उत्पन्न विस्थापन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?

चुम्बकीय क्षेत्र के कारण धन आयन में उत्पन्न विस्थापन ज्ञात करने का सूत्र …

चुम्बकीय क्षेत्र के कारण धन आयन में उत्पन्न विस्थापन ज्ञात करने का सूत्र क्या होगा?

जब एक स्प्रिंग पर 0.50 किग्रा का भार लटकाया जाता है तब उसमें विस्थापन 0.20 मी का हो जाता है। यदि इस स्प्रिंग पर 0.25 किग्रा का भार लटकाया जाये तो इसके दोलनों की आवृत्ति 0.628 सेकण्ड होगी।

जब एक स्प्रिंग पर 0.50 किग्रा का भार लटकाया जाता है तब उसमें विस्थापन 0.20 मी का हो जाता है। यदि इस स्प्रिंग पर 0.25 किग्रा का भार लटकाया जाये तो इसके दोलनों की आवृत्ति क्या होगी?

जब किसी कण का विस्थापन आयाम का आधा होता है तब किसी सरल आवर्त दोलित्र की कुल ऊर्जा का 3/4 वां भाग गतिज ऊर्जा होता है।

जब किसी कण का विस्थापन आयाम का आधा होता है तब किसी सरल आवर्त दोलित्र की कुल ऊर्जा का कितना भाग गतिज ऊर्जा होता है?

दो कण समान आयाम तथा समान आवृत्ति के साथ एक सीधी रेखा में सरल आवर्त गति कर रहे हैं …

दो कण समान आयाम तथा समान आवृत्ति के साथ एक सीधी रेखा में सरल आवर्त गति कर रहे हैं। जब दोनों कण एक-दूसरे को पार करके विपरीत दिशा में जाते हैं तब उनका विस्थापन आयाम का आधा होता है। इन कणों के बीच कितना कालान्तर होगा?

धन आयन में उत्पन्न विस्थापन को x से प्रदर्शित किया जाता है।

धन आयन में उत्पन्न विस्थापन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?

फ्रिन्जों का विस्थापन ज्ञात करने का सूत्र …

फ्रिन्जों का विस्थापन ज्ञात करने का सूत्र क्या है?

फ्रिन्जों के विस्थापन को Δx से प्रदर्शित किया जाता है।

फ्रिन्जों के विस्थापन को किससे प्रदर्शित किया जाता है?

विस्थापन किस राशि का उदाहरण है?

विस्थापन सदिश राशि का उदाहरण है।

वैद्युत क्षेत्र के कारण धन आयन में उत्पन्न विस्थापन ज्ञात करने का सूत्र …

वैद्युत क्षेत्र के कारण धन आयन में उत्पन्न विस्थापन ज्ञात करने का सूत्र क्या होगा?

सरल आवर्त गति कर रहे किसी कण का आयाम 4 सेमी है। सन्तुलन की स्थिति में 2√2 सेमी विस्थापन पर उसकी ऊर्जा, आधी गतिज एवं आधी स्थितिज होगी।

सरल आवर्त गति कर रहे किसी कण का आयाम 4 सेमी है। सन्तुलन की स्थिति में कितने विस्थापन पर उसकी ऊर्जा, आधी गतिज एवं आधी स्थितिज होगी?

सरल आवर्त गति करते हुए कण की कुल ऊर्जा E है, तब आयाम से आधे विस्थापन पर इसकी गतिज ऊर्जा 3E/4 होगी।

सरल आवर्त गति करते हुए किसी कण का विस्थापन-समय ग्राफ चित्र में दर्शाया गया है, के लिए कौन-सा कथन असत्य होगा?

सरल आवर्त गति करते हुए किसी कण का समीकरण x = A sin (ωt + Φ) है, जहाँ x कण के विस्थापन को प्रदर्शित करता है कण की गतिज ऊर्जा का आवर्तकाल π/ω होगा।

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