प्रिस्टले (Priestley) के अनुसार, पादपों के तने के कटे हुए भाग से स्त्रावित होने वाले जल के लिए जड़ में उत्पन्न होने वाले दाब को द्रव स्थैतिक दाब (hydrostatic pressure) कहते है।