ताण्ड्य ब्राह्मण किस वेद का सर्वप्रमुख ब्राह्मण ग्रन्थ है?
ताण्ड्य ब्राह्मण की विशालता के कारण इसे ‘महाब्राह्मण’ भी कहते हैं।
ताण्ड्य ब्राह्मण को ‘पंचविंश ब्राह्मण’ भी कहते है।
ताण्ड्य ब्राह्मण में 24 अध्याय है।
ताण्ड्य ब्राह्मण में कितने अध्याय है?
ताण्ड्य ब्राह्मण में प्रज्ञा द्वारा राजा के विनाश के लिए यज्ञ किये जाने का उल्लेख है।
ताण्ड्य ब्राह्मण सामवेद का सर्वप्रमुख ब्राह्मण ग्रन्थ है।
यज्ञ के विविध रूपों का प्रतिपादन ताण्ड्य ब्राह्मण में किया गया है।