27°C ताप पर किसी एक-परमाणुक आदर्श गैस के 2 मोल का आयतन V है। यदि गैस को रूद्धोष्मीय रूप में 2V आयतन तक प्रसारित किया जाता है, तो गैस द्वारा किया गया कार्य 2767.23 जूल होगा।
27°C ताप पर किसी एक-परमाणुक आदर्श गैस के 2 मोल का आयतन V है। यदि गैस को रूद्धोष्मीय रूप में 2V आयतन तक प्रसारित किया जाता है, तो गैस द्वारा किया गया कार्य क्या होगा?
एक-परमाणुक आदर्श गैस का एक मोल द्वि-परमाणुक आदर्श गैस के एक मोल के साथ मिलाया जाता है। इस मिश्रण की अचर आयतन पर मोलर विशिष्ट ऊष्मा 2R होगी।
एक-परमाणुक आदर्श गैस का एक मोल द्वि-परमाणुक आदर्श गैस के एक मोल के साथ मिलाया जाता है। इस मिश्रण की अचर आयतन पर मोलर विशिष्ट ऊष्मा क्या होगी?
किसी एक-परमाणुक व द्वि-परमाणुक गैस की समान मात्राओं को समान ऊष्मा देने पर, ताप में वृद्धि एक-परमाणुक में अधिक होगी।
किसी एक-परमाणुक व द्वि-परमाणुक गैस की समान मात्राओं को समान ऊष्मा देने पर, ताप में वृद्धि किसमें अधिक होगी?
नियत दाब पर एक आदर्श एक-परमाणु गैस के एक मोल को एक वायुमण्डल दाब पर 0°C से 100°C तक गर्म किया जाता है। उसकी आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन क्या होगा?