अर्द्धचालक

n-प्रारूपी अर्द्धचालक सिलिकॉन अर्द्धचालक का निम्नलिखित के साथ अपमिश्रण करके क्या बनाया जाता है?

n-प्रारूपी अर्द्धचालक सिलिकॉन अर्द्धचालक का निम्नलिखित के साथ अपमिश्रण करके द्वि-संयोजक अपद्रव्य बनाया जाता है।

p एवं n-प्रकार के अर्द्धचालकों के द्वारा किसका निर्माण होता है?

p एवं n-प्रकार के अर्द्धचालकों के द्वारा ट्रांजिस्टर का निर्माण होता है।

P और Q तारों का सामान्य (कक्ष) तापमान पर समान प्रतिरोध है। गर्म करने पर P का प्रतिरोध बढ़ता है और Q का घटता है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि P चालक है और Q अर्द्धचालक है।

p-टाइप अर्द्धचालक (p-type semiconductor) क्या है?

p-प्रकार के अर्द्धचालक में बहुसंख्यक तथा अल्पसंख्यक आवेश वाहक क्या होते है?

p-प्रकार के अर्द्धचालक में बहुसंख्यक तथा अल्पसंख्यक आवेश वाहक विवर तथा इलेक्ट्रॉन होते है।

अर्द्धचालक में स्वतन्त्र इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने के लिए उसमें मिलाया जाने वाला अपद्रव्य कैसा होता है?

अर्द्धचालक में स्वतन्त्र इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने के लिए उसमें मिलाया जाने वाला अपद्रव्य द्वि-संयोजक होता है।

अर्द्धचालकों का प्रतिरोध ताप गुणांक कैसा होता है?

अर्द्धचालकों का प्रतिरोध ताप गुणांक धनात्मक होता है।

एक p-प्रारूपी के अर्द्धचालक में ग्राही स्तर संयोजकता बैण्ड से 57 meV ऊपर स्थित है। एक विवर उत्पन्न करने के लिए प्रकाश का आवश्यक अधिकतम तरंगदैर्ध्य 217100 Å होगा।

एक p-प्रारूपी के अर्द्धचालक में ग्राही स्तर संयोजकता बैण्ड से 57 meV ऊपर स्थित है। एक विवर उत्पन्न करने के लिए प्रकाश का आवश्यक अधिकतम तरंगदैर्ध्य कितना होगा?

चालक, विद्युतरोधी एवं अर्द्धचालकों में अन्तर का कारण उनके ऊर्जा-स्तरों की आपेक्षिक चौड़ाई है।

चालक, विद्युतरोधी एवं अर्द्धचालकों में अन्तर का कारण क्या है?

ट्रांजिस्टर का निर्माण p एवं n-प्रकार के अर्द्धचालकों के द्वारा होता है।

ट्रांजिस्टर में उपस्थित अर्द्धचालकों के नाम …

ट्रांजिस्टर में उपस्थित अर्द्धचालकों के नाम क्या है?

ट्रांजिस्टर में कितने अर्द्धचालक होते है?

ट्रांजिस्टर में तीन अर्द्धचालक होते है।

निज अर्द्धचालक किसे कहते है?

निज अर्द्धचालक शुद्ध अर्द्धचालक को कहते है जिसमें कोई अपद्रव्य मिश्रित नहीं होता है।

पी-प्रकार (P-type) के अर्द्धचालक में अशुद्धि के रूप में गैलियम (ग्रुप III) का प्रयोग होता है और इसमें वाहक छिद्र होता है।

वह शुद्ध अर्द्धचालक जिसमें कोई अपद्रव्य मिश्रित नहीं होता है, उस अर्द्धचालक को क्या कहते है?

वह शुद्ध अर्द्धचालक जिसमें कोई अपद्रव्य मिश्रित नहीं होता है, उस अर्द्धचालक को निज अर्द्धचालक कहते है।

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