Notes

उत्सर्जनी गति – वैज्ञानिकों के अनुसार, ऑसिलेटोरिया नामक नीली-हरी शैवाल के तन्तु उत्सर्जित किये गये पदार्थों के द्वारा इधर-उधर गति की अवस्था में रहते हैं।

उत्सर्जनी गति – वैज्ञानिकों के अनुसार, ऑसिलेटोरिया नामक नीली-हरी शैवाल के तन्तु उत्सर्जित किये गये पदार्थों के द्वारा इधर-उधर गति की अवस्था में रहते हैं।