Notes

रवीन्द्रनाथ टैगोर ने विदेशी वस्त्र जलाये जाने पर महात्मा गांधी को लिखा कि यह निष्ठुर बरबादी है।

रवीन्द्रनाथ टैगोर ने विदेशी वस्त्र जलाये जाने पर महात्मा गांधी को लिखा कि यह निष्ठुर बरबादी है।