Notes

प्रयाग प्रशस्ति लेख के अनुसार समुद्रगुप्त ने अश्वमेध यज्ञ किया और धरणिबन्ध (पृथ्वी को बांधना) अपना लक्ष्य बनाया था।

प्रयाग प्रशस्ति लेख के अनुसार समुद्रगुप्त ने अश्वमेध यज्ञ किया और धरणिबन्ध (पृथ्वी को बांधना) अपना लक्ष्य बनाया था।