Notes

‘गुजरात का प्राचीन सीढ़ीदार कुआँ (बावड़ी)’ को विश्व धरोहर के रुप में मान्यता 2014 ई0 में दी गयी थी।

‘गुजरात का प्राचीन सीढ़ीदार कुआँ (बावड़ी)’ को विश्व धरोहर के रुप में मान्यता 2014 ई0 में दी गयी थी।